Pokhran Vidhansabha Election-पोकरण विधानसभा

Pokhran Vidhansabha Election-पोकरण विधानसभा

पोकरण विधानसभा देश मे ऐसा कोई सायेद हो जो नही जानता हो ।यहाँ पर भारत ने अपना परमाणु परीक्षण किया था।
पोकरण विधानसभा एशिया की सबसे बड़ी रेंज पोकरण है । फील्ड फायरिंग रेंज होने के कारण य क्षेत्र बहुत लंबा है। इसी विधानसभा में राजस्थान के लोकदेवता क्षत्रिय राजदेवजी तंवर का मंदिर है।

यहाँ पर ऐसे तो सभी जातिया है पर गोमट ,सेल्वी, केलावा बाहुल्य है।
ओर गोमटीयो के गांव पोकरण विधानसभा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।
यहाँ राजपूत ओर मेघवाल चारण बाहुल्य है। इधर भाटी राठोड़ो राजपूतो के गांव बहुत है ।यहाँ तंवर राजपूतो के बड़े गांव भी है।

य क्षेत्र फकीर परिवार की पोकरण राजनिति का गढ़ माना जाता है। जो इस क्षेत्र में मजबूत पकड़ है ।

अब बात करते है पोकरण विधानसभा के जातीय आंकड़े
यहाँ मुस्लिम और राजपूत बाहुल्य सीट मानी जाती है ।

यहाँ मुस्लिमो के 55 हजार वोट है ।।
वही राजपूतो के 50 हजार से अधिक वोट है ।।इन्ही दोनो समुदाय के रोचक मुकाबला होता है ।।

इसके साथ यहाँ 20 हजार मेघवाल समाज के वोट है ।।

ब्रामण माली यहाँ लगभग 10 हजार वोट है ।
जाट यहाँ 8-9 हजार है।।इसी तरह चारण विश्नोई सुथार भी महत्वपूर्ण निभाते है।

पोकरण विधानसभा क्षेत्र में 2008 से 2018 से 3 चुनाव हुए है ।।
कांग्रेस 2 बार ओर भाजपा 1 बार जीती है ।।

2018 में यहाँ रोचक मुकाबला हुआ था। ।

भाजपा से शैतान सिंह तैयारी कर रहे है । सांग सिंह भाटी तैयारी कर रहे है।

कांग्रेस शाले मोहम्मद अब्दुल रहमान तैयारी कर रहे है ।

2008 में शैतान सिंह 339 वोट से हारे ।शाले मोहम्मद की जीत हुई है।

2013 भाजपा ने जीत दर्ज की है।शैतान सिंह आरएसएस प्रष्टभूमि रही है । 34,444 वोट से जीत दर्ज की है ।

2018 में भाजपा ने महंत प्रताप पूरी पर दांव खेला । जिनका इस क्षेत्र में काफी प्रभाव था संत होने के नाते।राजपूत वोटिंग कांग्रेस में होने के कारण ओर bjp से राजपूतो की नाराजगी के कारण य सीट bjp कुछ वोटो से हार गई। हालाकि राजपूतो का ज्यदातर वोट बैंक bjp की तरफ ही रहा । पोकरण विधानसभा पर राजपूत उम्मीदवार आराम से जीत सकता है और य राजपूत सीट मानी जाती है।इस सीट पर मुस्लिम वोट बैंक कांग्रेस को वोटिंग करता है। अगर सही उम्मीदवार को टिकीट दिया जाए तो यहाँ कोई भी जीत सकता है ।

अब 2023 में देखना होगा bjp से किसको उम्मीदवार बनाती है।क्या bjp राजपूतो को साध पायेगी । ews में केंद्र में कोई छूट नही दी गयी है उसकी नाराजगी राजपूतो में है ।bjp के कोर वोटर माने जाते है राजपूत ।

ओर दूसरे आर्टिकल पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे:-

Post navigation

Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *